जंजीर एक प्रतिष्ठित हिंदी फिल्म है, जिसकी दो प्रमुख संस्करण हैं: मूल फिल्म 1973 में और उसका रीमेक 2013 में।(newstrend.news)
🎬 जंजीर (1973)
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निर्देशक: प्रकाश मेहरा
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लेखक: सलीम-जावेद
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मुख्य कलाकार: अमिताभ बच्चन (विजय खन्ना), जया भादुरी (माला), प्राण (शेर खान), अजीत (तेजा), बिंदु (मोना डार्लिंग)
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संगीत: कल्याणजी-आनंदजी
कहानी
यह फिल्म विजय खन्ना की कहानी है, जो एक ईमानदार पुलिस अधिकारी है। बचपन में अपने माता-पिता की हत्या का साक्षी बनने के बाद, वह अपराध के खिलाफ लड़ने का संकल्प लेता है। विजय का सामना होता है शेर खान से, जो बाद में उसका मित्र बन जाता है, और तेज़ा से, जो एक शक्तिशाली अपराधी है। फिल्म में विजय की संघर्षपूर्ण यात्रा और न्याय की तलाश को दर्शाया गया है।
प्रभाव
यह फिल्म अमिताभ बच्चन के करियर में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई, जिसने उन्हें "एंग्री यंग मैन" की छवि दी। सलीम-जावेद की लेखनी और प्रकाश मेहरा के निर्देशन ने इसे एक क्लासिक बना दिया।
🎬 जंजीर (2013)
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निर्देशक: अपूर्व लखिया
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मुख्य कलाकार: राम चरण (एसीपी विजय खन्ना), प्रियंका चोपड़ा (माला), संजय दत्त (शेर खान), प्रकाश राज (तेजा), माही गिल (मोना डार्लिंग)
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संगीत: आनंद राज आनंद, मीट ब्रदर्स अंजान, चिरंतन भट्ट
कहानी
यह फिल्म मूल "जंजीर" का आधुनिक रीमेक है। एसीपी विजय खन्ना, एक ईमानदार पुलिस अधिकारी, भ्रष्टाचार और अपराध के खिलाफ लड़ता है। वह माला से मिलता है, जो एक हत्या की चश्मदीद गवाह है, और शेर खान से, जो बाद में उसका सहयोगी बनता है। विजय का मुख्य लक्ष्य है तेल माफिया के सरगना तेज़ा को न्याय के कटघरे में लाना।
प्रतिक्रिया
फिल्म को समीक्षकों से मिश्रित प्रतिक्रिया मिली। हालांकि राम चरण और प्रियंका चोपड़ा के प्रदर्शन की सराहना की गई, लेकिन फिल्म की तुलना मूल "जंजीर" से की गई और इसे उस स्तर तक नहीं माना गया।
"जंजीर" का 1973 संस्करण भारतीय सिनेमा में एक मील का पत्थर है, जिसने न केवल अमिताभ बच्चन के करियर को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया, बल्कि हिंदी फिल्मों में एक नई शैली की शुरुआत की। 2013 का रीमेक आधुनिक दर्शकों के लिए एक प्रयास था, लेकिन वह मूल की छाया से बाहर नहीं निकल सका।