“2006 की चॉकलेटी विनर, 29 पराम पर लपेटी: संदीप आचार्य की अधूरी दास्तान”

“2006 की चॉकलेटी विनर, 29 पराम पर लपेटी: संदीप आचार्य की अधूरी दास्तान”

शुरुआत: बीकानेर का होनहार बेटा

4 फरवरी 1984 को राजस्थान के बीकानेर में जन्मे संदीप आचार्य बचपन से ही पढ़ाई-लिखाई और गायकी में अनुकरणीय थे। विज्ञान में स्नातक की डिग्री के बाद जब उन्होंने लोकल कॉलेजों-स्कूलों में मंच सजाया, तब किसी ने सोचा भी नहीं था कि वही बालक एक दिन इंडियन आइडल सीज़न 2 का विजेता बनेगा  

इंडियन आइडल की बुलंदियां

22 अप्रैल 2006 को संदीप ने सोनी टीवी के पॉपुलर रिएलिटी शो इंडियन आइडल का खिताब जीता। विजेता बनते ही उनका डेब्यू एल्बम “Mere Saath Saara Jahaan” रिलीज़ हुआ, जिसे रेडियो पर लगातार बजाया गया। इस जीत ने उन्हें देश-विदेश में लाइव शोज़, पुरस्कार और सम्मान के कई तख़्त पर बिठा दिया    

परिवार, प्यार और खुशियाँ

2012 में संदीप ने नम्रता से धूमधाम से शादी की। फैमिली ने सोचा था कि अगला कदम पापा का होगा—क्योंकि उनके घर जल्द ही नए सदस्यों का फूलबाग खिलेगा।

स्वास्थ्य की आश्चर्यजनक लड़ाई

कुछ महीनों बाद संदीप अचानक बीमार पड़े। बीकानेर के एक स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराए गए तो डॉक्टर ने जेण्डिस (पीलिया) का इलाज सुझाया और कुछ दिन बाद वे ठीक भी हो गए। पर मोड़ तब आया, जब एक रिश्तेदार की शादी में उनकी तबियत फिर बिगड़ी। उन्हें गुड़गांव के मेदांता हॉस्पिटल में रेफ़र किया गया, जहाँ दो दिनों तक स्थिर रहने के बाद उनके गुर्दों ने काम करना बंद कर दिया  

उस दिन और आख़िरी विदाई

15 दिसंबर 2013 की दोपहर मेदांता अस्पताल के डॉक्टरों ने आख़िरी कोशिशें कीं, पर संदीप बच नहीं सके। उन्होंने जिस बेटी का चेहरा देखना अभी बाकी था, वे केवल 20 दिन पहले ही उसे जन्म दे चुकी थी—पर पिता को वह पल नसीब न हुआ  

विरासत और यादें

आज भी जब हम “Mere Saath Saara Jahaan” सुनते हैं, तो संदीप की मधुर आवाज़ कानों में गूंजती है। इंडियन आइडल के मंच से उठी उनकी आवाज़ ने करोड़ों दिल छुए, पर तक़दीर ने उन्हें बहुत जल्द हमसे दूर कर दिया।

“वो जज्बा, वो आवाज़—असली इंडियन आइडल!”