Hemant Pandey.

 

हेमंत पांडे: संघर्ष से सफलता तक का सफर

उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में 1 जुलाई 1970 को जन्मे हेमंत पांडे ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत दिल्ली में नुक्कड़ नाटकों से की। दिल्ली में रहते हुए उन्होंने 'जनमाध्यम' और 'अलारिपू' जैसे एनजीओ से जुड़कर थिएटर की दुनिया में कदम रखा। यहां से उनकी अभिनय यात्रा की शुरुआत हुई, जो उन्हें बॉलीवुड तक ले गई 

हेमंत पांडे को सबसे ज्यादा पहचान SAB टीवी के लोकप्रिय शो 'ऑफिस ऑफिस' में 'पांडे जी' की भूमिका से मिली। इसके बाद उन्होंने 'कृष' (2006), 'रेडी' (2011), 'फरेब' (2005) जैसी फिल्मों में भी महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाईं। उनकी अभिनय शैली में हास्य और गंभीरता का बेहतरीन मिश्रण देखने को मिलता है  

हाल ही में, हेमंत पांडे 2024 में रिलीज़ हुई हिंदी फिल्म 'पुश्तैनी' में भी नजर आए, जिसमें उन्होंने अपने अभिनय का लोहा मनवाया। इस फिल्म में उनके साथ अभिनेता विनोद रावत और रिताहीर भी प्रमुख भूमिकाओं में थे।

हेमंत पांडे का मानना है कि अभिनय में सफलता मेहनत और समर्पण से मिलती है। वे अपने प्रेरणास्त्रोत जोनी वॉकर और जोनी लीवर को मानते हैं, जिन्होंने उन्हें हास्य अभिनय की दिशा में मार्गदर्शन किया।  

उनकी जीवंत अभिनय शैली और विविध भूमिकाओं ने उन्हें भारतीय टेलीविजन और सिनेमा में एक विशिष्ट स्थान दिलाया है। हेमंत पांडे की यात्रा यह दर्शाती है कि संघर्ष और समर्पण से किसी भी मंजिल को हासिल किया जा सकता है।