इंदौर के नवविवाहित दंपति राजा रघुवंशी और सोनम रघुवंशी की मेघालय हनीमून यात्रा एक भयावह त्रासदी में बदल गई है। राजा की हत्या कर दी गई और उनका शव 2 जून को पूर्वी खासी हिल्स जिले के सोहरा क्षेत्र में एक गहरी खाई में मिला, जबकि सोनम अभी भी लापता हैं।
घटनाक्रम का संक्षिप्त विवरण
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शादी और यात्रा: राजा और सोनम की शादी 11 मई को इंदौर में हुई थी। 20 मई को वे हनीमून के लिए मेघालय रवाना हुए।
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लापता होने की घटना: 22 मई को वे शिलांग के मावलखियात गांव पहुंचे और नोंग्रियाट गांव के एक होमस्टे में रुके। 23 मई को सुबह वे वहां से निकले, लेकिन इसके बाद से उनका कोई पता नहीं चला। 24 मई को उनका किराए का स्कूटर लावारिस हालत में मिला।
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शव की बरामदगी: 2 जून को राजा का शव वेई सॉडॉन्ग झरने के पास एक गहरी खाई में मिला। शव की पहचान उनके दाहिने हाथ पर बने 'राजा' टैटू और स्मार्टवॉच से हुई।
जांच और परिवार की मांगें
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पुलिस कार्रवाई: मेघालय पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया है और एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त धारदार हथियार 'दाओ' और राजा का मोबाइल फोन बरामद किया है।
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परिवार की मांग: राजा के परिवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर सीबीआई जांच की मांग की है। परिवार को शक है कि सोनम का अपहरण कर उसे बांग्लादेश ले जाया गया है और यह मामला मानव तस्करी से जुड़ा हो सकता है।
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सोनम की तलाश: सोनम की तलाश के लिए मेघालय पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और अन्य एजेंसियां मिलकर अभियान चला रही हैं। हालांकि, भारी बारिश और दुर्गम इलाका खोज को मुश्किल बना रहा है।
स्थानीय सुरक्षा पर सवाल
इस घटना ने मेघालय, विशेष रूप से शिलांग क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय अपराध रिकॉर्ड के अनुसार, यह क्षेत्र पहले भी अपराधों और उग्रवादी गतिविधियों के लिए जाना जाता रहा है।
निष्कर्ष
राजा रघुवंशी की हत्या और सोनम के लापता होने की यह घटना न केवल एक व्यक्तिगत त्रासदी है, बल्कि यह पर्यटकों की सुरक्षा और कानून व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल उठाती है। परिवार और समाज की मांग है कि इस मामले की निष्पक्ष और गहन जांच हो, ताकि दोषियों को सजा मिल सके और सोनम की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की जा सके।