अवतार गिल जी की अभिनय यात्रा एक प्रेरणादायक कहानी है, जिसमें उन्होंने पारिवारिक परंपराओं और सामाजिक बाधाओं को पार करते हुए अपने जुनून को अपनाया।
🎭 अभिनय की ओर पहला कदम
कॉलेज के दिनों में अवतार गिल जी पगड़ी पहनते थे और उन्होंने अपने केश नहीं कटवाए थे। उनके साथी जावेद खान अमरोही और रमन कुमार थिएटर में सक्रिय थे। जब अवतार गिल जी ने थिएटर में हिस्सा लेने की इच्छा जताई, तो उनके दोस्तों ने मजाक में कहा कि एक्टर बनने के लिए बाल कटवाने होंगे। यह बात उनके दिल को छू गई और उन्होंने अपने बाल कटवाने का निर्णय लिया।
👪 पारिवारिक विरोध
जब अवतार गिल जी ने अपने बाल कटवाए और घर लौटे, तो उनकी मां ने नाराजगी जताई और कहा, "ये कौन से काम में पड़ गया है तू? ये भांड-मिरासियों वाला काम है। हमारे खानदान में किसी ने नहीं किया।" उनके पिता ने छह महीने तक उनसे बात नहीं की और उनकी तस्वीर भी फाड़ दी।
🎭 मंच पर पहली सफलता
बाल कटवाने के बाद, अवतार गिल जी ने कॉलेज के ड्रामा ग्रुप में शामिल होकर नाटकों में अभिनय करना शुरू किया। छह महीने बाद, उनके कॉलेज में एक नाटक का मंचन हुआ जिसमें उन्होंने हिस्सा लिया। उनकी मां किसी तरह उनके पिता को नाटक देखने के लिए लेकर आईं। नाटक में अवतार गिल जी के प्रदर्शन से प्रभावित होकर, उन्हें "सैकेंड बेस्ट एक्टर" का पुरस्कार मिला। उस दिन उनके पिता ने उनसे कहा, "जो करना है करो, लेकिन गंभीरता और मेहनत से करो।"
✈ वायुसेना का सपना और अभिनय का चयन
कॉलेज के दिनों में, अवतार गिल जी भारतीय वायुसेना में शामिल होना चाहते थे। लेकिन उनकी मां ने उन्हें मना कर दिया, यह कहते हुए कि "मेरा एक ही बेटा है, उसे मैं फौज में कैसे भेज दूं।" इसके बाद, उन्होंने अभिनय को ही अपना करियर बनाने का निर्णय लिया।
🎉 जन्मदिन की शुभकामनाएं
13 मई 1950 को जन्मे अवतार गिल जी को उनके जन्मदिन पर ढेरों शुभकामनाएं। उनकी यह यात्रा हमें सिखाती है कि जुनून और मेहनत से किसी भी बाधा को पार किया जा सकता है।
अवतार गिल जी की कहानी हमें यह सिखाती है कि अगर आप अपने सपनों के प्रति समर्पित हैं, तो कोई भी बाधा आपको रोक नहीं सकती।