कैसे बनी अनु मलिक से अरुण बख्शी की अनबन: 1986 की उस लम्बी रिकॉर्डिंग का सच

कैसे बनी अनु मलिक से अरुण बख्शी की अनबन: 1986 की उस लम्बी रिकॉर्डिंग का सच

1985–86 का वो दौर
अरुण बख्शी उस समय बॉलीवुड में नाम कमा रहे स्ट्रगलर ही थे—एक्टर और भाग्य से थोड़े-बहुत सिंगर भी। उनके मित्र निर्देशक अशोक त्यागी और निर्माता टी. पी. अग्रवाल ने एक बड़ा प्रोजेक्ट घोषित किया: “मेरा ईमान”, जिसमें धर्मेंद्र, गोविंदा और स्मिता पाटिल जैसी बड़ी शख्सियतें थीं, और अरुण जी को एक खास रोल के साथ चार लाइनें गाने का मौका मिला।

पहली मुलाकात: वह अजीब नजर
रिकॉर्डिंग के लिए अरुण बख्शी को परिचित करवाया गया संगीतकार अनु मलिक से। पर अनु मलिक ने अरुण जी को देखते ही तंज़ पर तंज़ कसना शुरू कर दिया:

“इससे गवाएंगे?”

अरुण बख्शी मौन रहे, पर दोनों फिल्मों के साथी होने के नाते चुप्पी ही साध ली। अशोक त्यागी के दबाव पर अनु मलिक ने रिकॉर्डिंग शुरू की—पर फिर क्या शुरू हुआ! 

कहाँ तक चली रिकॉर्डिंग?
सुबह साढ़े ग्यारह से शाम साढ़े छह बजे तक बारिश-सी हुई रिकॉर्डिंग के बीच:

  • अरुण बख्शी ने घनघोर मेहनत से गाया,

  • अनु मलिक बार-बार रिजेक्ट करते रहे और दोहराने को कहते रहे,

  • बीच-बीच में कटाक्ष—“किसे लेकर आए हो?”, “ऐसी आवाज़!”—लगे रहे।

     

जब धैर्य का बाँध फटा, तो अशोक त्यागी और टी. पी. अग्रवाल ने अनु मलिक को घेर लिया:

“हमारे सिंगर को हैरान कर रहे हो—उनकी गायकी अच्छी है, क्यों तकरार?”

आखिरकार, अनु मलिक को अरुण जी की आवाज़ मंजूर करनी पड़ी। उस दिन का गाना म्यूज़िक एल्बम में जरूर शामिल हुआ, लेकिन “मेरा ईमान” फिल्म कभी रिलीज़ नहीं हो सकी।

बड़ा पलटवार: महबूब स्टूडियो की घटना
समय गुज़रा, अरुण बख्शी मशहूर हुए। एक दिन महबूब स्टूडियो में अनु मलिक वीडियो रिकॉर्ड कर रहे थे—अरुण जी भी वहीं पहुंचे। अनु मलिक अंदाज़ दिखाने लगे जैसे पुराने यार हों, गले मिलने को बढ़े, लेकिन अरुण बख्शी ने उन्हें दूर धकेल दिया और कहा,

“आज भी आपकी वही रवायत!”

उस दिन के बाद अरुण बख्शी जब भी इंडस्ट्री में अन्नु मलिक से टकराए, लोगों के सामने उनका जमकर मजाक उड़ाया।

अनु मलिक का सफर
अनु मलिक ने 1980 के दशक में छोटे-से बजट की फिल्मों से अपना करियर शुरू किया, फिर 1994 में “बाज़ीगर” से पहला फ़िल्मफ़ेयर अवॉर्ड जीता और 2000 के दशक में इंडियन आइडल जैसे शोज़ के चर्चित जज बने 

आज का दिन
आज, 11 जून को, अरुण बख्शी अपना जन्मदिन मना रहे हैं—जन्म 1958 में लुधियाना के आऱ्य कॉलेज से निकलकर हिंदी सिनेमा में कदम रखने वाले इस सिंगर-एक्टर को हमारी तरफ़ से ढेरों शुभकामनाएं